पत्रकार की ख़बर का असर

एक पत्रकार की आवश्यकता कितनी होती है जीवन में छोटी से लेकर बड़ी खबरे हम तक पहुंचाने वाला एक पत्रकार ही होता है । देश में परिवर्तन लाने में एक पत्रकार की अहम भूमिका होती है जिसको वे पूरी ईमानदारी से निभाते हैं।
जब हम बात करते है अत्याचारो की जो पत्रकारों के साथ होते आये है और कितने पत्रकारों की जान गई है और धमकिया मिलती है इसको समझना बहुत ही अहम है और ऐसा क्यों होता है इसका जवाब कौन देगा सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे कम से कम पत्रकारों को सरकार से थोड़ी सुरक्षा मिलनी चाहिए और जो उनका हक़ है भविष्य में इनको रोकना आवश्यक है क्योंकि खबर का आधार ही असुरक्षित होगा तो इससे पत्रकारिता को कितना नुकसान उठाना पड सकता है  कौन ऐसे गलत काम को अंजाम देता है अंग्रेजी में कहावत है प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर मतलब है की बचाव ज़्यादा बेहतर है इलाज से तो कहने का तात्पर्य यह है की हमे उनको सुरक्षित करना होगा जो खबर (समाचार) का आधार है और जिसके बिना जनसंचार अधूरा है हिंदी पत्रकारिता हमारे देश में बहुत प्रभावशाली है जो 30 मई 1826 कलकत्ता से जो की  आज़ादी के दौर से पहले का है और जो की बहुत सी अनकही और अनसुनी कहानियो का इतिहास बयान करता है जिसको वर्णन करने के लिए शब्द ही काफी नही आज 21वीं सदी में देश में पत्रिकारिता में बहुत सुधार हुआ है क्योंकि पहले सोशल मीडिया जैसा प्लेटफार्म मौजूद नही था लोगो तक अपनी बात शासन व प्रशासन पहुचाने का उचित माध्यम नही था आम आदमी की ज़िन्दगी में एक पत्रकार का आवश्यक आधार है अगर कोई समाचार के पत्रकार को जान का डर है तो ये कितनी शर्म की बात है जो देश को सुधारने और प्रगितिशील बनाने में मदद करते है उनका अस्तित्व हमारे देश की ताकत है और भारत जैसे लोकतंत्र देश में जिसका अर्थ है एक ऐसा विश्व जिसमे लोगो की आवाज़ को अधिक शक्तिशाली माना जाता है तो ऐसी घटना क्यों होती है हमारे देश में की एक महत्वपूर्ण शक्ति को कमज़ोर किया जा रहा है इसका जवाब एक आम आदमी तो नहीं दे सकता जिसको कुछ भी बोलने का अधिकार है क्यों हमारे देश में ऐसी घटनाएं होती है क्यों पत्रकारों को प्राण त्यागने होते है क्या उनका कोई आधार नही है क्या उनका हमारे देश में हिस्सा नही क्यों ऐसा होता आ रहा और जिसकी कोई ख़ास वजह नही और देश की जनता, पत्रकारों व पूरे देश को इसकी निंदा करनी चाहिए जिससे हम सब मिलकर ऐसी परिस्तिथियो को रोक सके और देश को हर मार्ग में प्रगितिशील बना सके कितनी चीज़ों का विश्लेषण करना अधिक महत्वपूण होता है जैसे अर्थव्यवस्था से जुड़ा खबर हो या फिर राजनीतिक दलो से उनका जवाब सिर्फ एक पत्रकार ही दे सकता है तो सरकार को कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए जो देश के अहम आधार को धमकाने या मारने का प्रयास करते है ।

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